
बजाज फाइनेंस Q1 रिपोर्ट: 22% मुनाफा बढ़ा लेकिन शेयर 6% गिरा—क्या खरीदें, बेचें या होल्ड?
लेकिन इसके बावजूद, कंपनी का शेयर दिन में लगभग 6% तक गिर गया, BSE पर ₹897–₹900 के स्तर पर पहुँचकर कुछ घंटों तक तड़प गया ।
✅ मुनाफे की तुलना में गिरावट—क्या हुआ?
- बिक्री और ग्राहक वृद्धि ज़बरदस्त रही, लेकिन क्रेडिट खर्चों में बढ़ोतरी से निवेशकों को चिंता हुई ।
- MSME सेगमेंट में एसेट क्वालिटी दबाव के संकेत मिले हैं—GNPA बढ़कर 1.03% और Net NPA 0.50% तक पहुँचा, पिछले साल के 0.86% और 0.38% से ऊपर ।
- Brokerages जैसे JPMorgan, UBS, Macquarie, Bernstein, Jefferies ने mixed outlook दिया—कुछ cautious, कुछ neutral या positive ।
- Bloomberg‑like sentiment: इस गिरावट से ₹38,000 करोड़ की मार्केट वैल्यू खत्म हो गई क्योंकि 2025 में यह Nifty का टॉप परफॉर्मर था ।
Q1 FY26: प्रमुख वित्तीय आंकड़े
- कुल नेट प्रॉफिट: ₹4,765 करोड़ (+22% YoY)
- NII: ₹10,227 करोड़ (+22% YoY)
- कुल आय: ₹12,610–₹12,600 करोड़ (+20–21%) ।
- नई लोन बुकिंग्स: 13.49 मिलियन (+23%), ग्राहक आधार बढ़कर 10.65 करोड़ (+21%) ।
- AUM: ₹4.41 लाख करोड़ (+25%)
- प्रावधान (Provisions for bad loans): ₹2,120 करोड़ (+26%) ।
विशेषज्ञों की राय: Buy, Sell या Hold?
Brokerages का रुख मिश्रित दिख रहा है:
- **Motilal Oswal** ने rating “Neutral” रखी, यह कहते हुए कि MSME headwinds सीमित upside देते हैं, लेकिन मूल प्रदर्शन संतोषजनक है ।
- अन्य संस्थानों ने cautious tone बनाए रखा—कुछ upside देख रहे हैं, लेकिन बढ़ते credit cost और growth sustainability पर चिंता व्यक्त की गई ।
निफ्टी और बाजार प्रतिक्रिया
25 जुलाई, 2025 की शुरुआती ट्रेडिंग में:
- **Nifty 50** में ~0.5% की गिरावट, **Sensex** ~0.45% कम हुआ ।
- बाजार में cautious mood छाया क्योंकि वित्तीय, IT और कंज्यूमर स्टॉक्स भी कमजोर रहे।
- भारत‑UK FTA की सकारात्मक खबरों के बावजूद, U.S. trade सौदे पर स्पष्टता न होने से बाजार ठंडा रहा ।
निवेशकों के लिए रणनीति
नीचे कुछ दृष्टिकोण दिए जा रहे हैं:
- यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और कंपनी की fundamentals पर भरोसा रखते हैं, तो गिरावट एक क्षेत्रीय मौका हो सकती है।
- लेकिन यदि आप शॉर्ट‑टर्म ट्रेडर हैं, तो बढ़ते credit cost और MSME जोखिमों के कारण सतर्क रहना बेहतर है।
- कुछ विश्लेषक ₹1,000 के आसपास target price दे रहे हैं — लेकिन समय‑समय पर AUM वृद्धि, NII margin और provisioning ट्रेंड को मॉनिटर करना जरूरी है।