Pahalgam Attack के बारे में पूरी detail खबर । Indus water treaty, Kashmir News
कश्मीर घूमने गए 26 मासूम लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया, वजह सिर्फ यह थी कि वे हिंदू थे। आइए जानते हैं पहलगाम की उस भयावह घटना के बारे में जिसे जानने के बाद आपकी रूह कांप जाएगी। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं जैसे:
पहलगाम कहां है?
किनको और किस तरह से मारा गया?
जिम्मेदार कौन?
सरकार (प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री) ने क्या कहा?
भारत सरकार ने पाकिस्तान पर क्या एक्शन लिया?
कांग्रेस (राहुल गांधी) ने क्या कहा?
कश्मीर के पहलगाम में अभी क्या हो रहा है?
मृतकों और घायल लोगों के लिए सरकार ने क्या किया?
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पहलगाम की बाइसारन घाटी में एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला कश्मीर में पिछले दो दशकों में सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक माना जा रहा है।
पहलगाम कहां है? (Pahalgam Kashmir)
पहलगाम, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह स्थान अपने हरे-भरे घास के मैदानों, घने देवदार के जंगलों और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। बाइसारन घाटी, पहलगाम से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित है, जो पर्यटकों के बीच पिकनिक और ट्रेकिंग के लिए लोकप्रिय है।
किनको और किस तरह से मारा गया? (Pahalgam Attack)
22 अप्रैल की दोपहर लगभग 2:30 बजे, पांच आतंकवादी बाइसारन घाटी में घुसे और वहां मौजूद पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। हमलावरों ने पहले पीड़ितों से उनके नाम और धर्म पूछे, कुछ को कलिमा पढ़ने के लिए कहा, और पुरुषों को उनके धर्म की पहचान के लिए शारीरिक परीक्षण भी किया (आप अच्छी तरह से समझ रहे हैं कि किस चीज़ का परीक्षण किया होगा)। इसके बाद उन्होंने चयनित लोगों को करीब से गोली मार दी। इस हमले में मारे गए लोगों में विभिन्न राज्यों के नागरिक शामिल थे, जैसे कि अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल। इसके अलावा, दो विदेशी नागरिक – एक नेपाल और एक संयुक्त अरब अमीरात से भी इस हमले में मारे गए। मृतकों में भारतीय वायु सेना, नौसेना और खुफिया ब्यूरो के अधिकारी भी शामिल थे।
जिम्मेदार कौन?
इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली, जो कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक फ्रंट ग्रुप है। कहा जा रहा है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस हमले के मास्टरमाइंड के रूप में सैफुल्ला कसूरी उर्फ खालिद की पहचान की है, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक वरिष्ठ कमांडर है। हमले के पीछे का मकसद कश्मीर में कथित जनसांख्यिकीय परिवर्तन का विरोध बताया गया है।
सरकार (प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री) ने क्या कहा?
जब यह घटना घाटी में हुई, उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब में एक मीटिंग पर थे, उन्होंने अपनी सऊदी अरब यात्रा को बीच में ही छोड़कर भारत लौटने का निर्णय लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे “दर्दनाक और चौंकाने वाली” घटना बताई है और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हम न केवल इस घटना को अंजाम देने वालों को पकड़ेंगे, बल्कि उन लोगों तक भी पहुंचेंगे जो पर्दे के पीछे बैठकर इस नापाक कृत्य की साजिश रचते हैं।”
भारत सरकार ने पाकिस्तान पर क्या एक्शन लिया? (Action Against Pakistan on Pahalgam terrorist attack)
इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मीटिंग बुलाई जिसके बाद पांच बड़ी चीजों को बंद करने का आदेश दिया:
1.सिंधु जल संधि: (Indus water treaty)
जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद का समर्थन करना बंद नहीं करता, तब तक सिंधु जल संधि को निलंबित रखा गया है।
2.अटारी बॉर्डर: (Attari Border Closed)
एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।
3.यात्रा प्रतिबंध:
पाकिस्तानी नागरिकों के सार्क वीजा रद्द कर दिए गए हैं; उन्हें 48 घंटों के भीतर भारत छोड़ना होगा।
4.राजनयिक कार्रवाई:
पाकिस्तानी रक्षा सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ (Persona Non Grata) घोषित किया गया है; भारतीय सलाहकारों को इस्लामाबाद से वापस बुला लिया गया है।
5.उच्चायोग स्टाफ:
1 मई 2025 तक भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी जाएगी।
कांग्रेस (राहुल गांधी) ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने इस घटना को एक दर्दनाक और दुखद घटना बताई है और कहा कि सरकार जो भी कदम उठाएगी, हम उनके साथ हैं।
कश्मीर के पहलगाम में अभी क्या हो रहा है? (Pahalgam news now)
हमले के बाद, भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से पहलगाम और आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू किया। हमलावरों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टरों का भी उपयोग किया गया। तीन संदिग्ध आतंकवादियों के स्केच जारी किए गए हैं, जिनमें दो पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं। इसके अलावा, दो संदिग्ध आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है।
मृतकों और घायल लोगों के लिए सरकार ने क्या किया?
जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख और गंभीर रूप से घायल लोगों को ₹2 लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।